Computer Kya hai | what is computer in hindi | कंप्यूटर क्या है

कंप्यूटर क्या है
इसका उपयोग एवं विशेषताएँ

Computer कंप्यूटर एक इलेक्ट्रोनिक मशीन
है जो डेटा की गणना, स्टोर करने की जानकारी का प्रबंधन करने के निर्देशों को संसाधित
करता है। कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बने होते हैं. Computer शब्द, Latin शब्द
Computare” से लिया
गया है. इसका अर्थ है Calculation करना या गणना करना.

कंप्यूटर के मुख्या कार्य

इसका मुख्य तोर से तीन काम है. (1) डाटा को लेना जिसे हम Input भी कहते है. (2) काम उस डाटा को Processing करने का होता है और आकिर काम उस
processed
डाटा को दिखाने का होता है जिसे Output भी कहते हैं.

कंप्यूटर का जनक किसे कहा जाता है

मॉडर्न कंप्यूटर का जनक Charles Babbage को कहा जाता है. क्यूंकि
उन्होंने ही सबसे पहले Mechanical कंप्यूटर
को डिजाईन किया था, जिसे Analytical Engine के नाम से भी जाना जाता है. इसमें
Punch Card की मदद से डाटा को insert किया जाता था.

कंप्यूटर का आविष्कार किसने
किया?

आधुनिक कंप्यूटर का जनक किसे कहा जाता है? ऐसे तो बहुत से लोगों
ने इस Computing Field में अपना योगदान दिया है. लेकिन इन सब में से ज्यादा योगदान Charles Babbage का है. क्यूंकि उन्होंने
ही सबसे पहले Analytical Engine सन 1837 में निकला
था.

उनके इस engine में ALU, Basic Flow control और
Integrated Memory की concept लागु की गयी थी. इसी model पे ही Base करके आजकल के कंप्यूटर
को design किया गया. इसी कारन उनका योगदान सबसे ज्यादा है. तभी उनको कंप्यूटर के जनक
के नाम से भी जाना जाता है.

कंप्यूटर की परिभाषा क्या है? What is definition of computer?

विज्ञान के चमत्कार
ने
सूचना,
संचार
के
क्षेत्र
में
मोबाइल,
कंप्यूटर
 इन्टरनेट
के
द्वारा
बहुत
बड़ा
बदलाव
किया
है.
इसके
द्वारा
मानव
जाति
की
बहुत
सी
परेशानियाँ
हल
हो
गई
है.
हमारे
देश
में
कंप्यूटर
का
प्रयोग
लगभग
दो
दशक
से
हो
रहा
है,
इसके
द्वारा
भारत
देश
ने
विकास
के
क्षेत्र
में
एक
लम्बी
छलांग
लगाई
है.
कंप्यूटर
के
द्वारा
हम
बहुत
से
काम
कर
सकते
है.
इस
छोटी
सी
मशीन
में
बड़े
से
बड़ा
डाटा
सेव
हो
सकता
है,
ऑफिस
का
काम
आसानी
से
हो
जाता
है,
इन्टरनेट
के
द्वारा
दुनिया
भर
में
किसी
से
भी
बात
कर
सकते
है,
शॉपिंग
कर
सकते
है,
जानकारी
इकट्टा
कर
सकते
है,
इसके
अलावा
भी
बहुत
से
काम
है
जो
कंप्यूटर
करता
है.

कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है? What is
full form of Computer?

वैसे तो कंप्यूटर का कोई फुल फॉर्म नहीं होता है. फिर भी कंप्यूटर
का एक काल्पनिक फुल फॉर्म है

C – Commonly

O – Operated

M – Machine

P – Particularly

U – Used for

T – Technical and

E – Educational

R – Research

कंप्यूटर का इतिहास History of Computer

कंप्यूटर शब्द सबसे पहले 1613 में आया, जिसका अर्थ होता है गणना. 19 वी शताब्दी की शुरुवात में चार्ल्स बब्बगे ने पहला कंप्यूटर बनाया था, उन्होंने एनालिटिकल इंजन डिजाईन किया था, और कंप्यूटर का बेसिक फ्रेमवर्क तैयार किया था. इसी फ्रेमवर्क पर आगे चलकर कंप्यूटर की रचना को आगे बढ़ाया गया है.  वैसे सही तौर पर कंप्यूटर का विकास तीन पीढ़ी में हुआ है, हर पीढ़ी एक निश्चित अवधि की थी. हर एक पीढ़ी के विकास के बाद हमें एक बेहतर, नया कंप्यूटर मिला है.

1937-1946 के बीच –
1937
में पहला डिजिटल कंप्यूटर डॉ जॉन वी अटनासोफ्फ़ और क्लिफोर्ड बेर के द्वारा बनाया गया था. इसे अटनासोफ्फ़बेर्री कंप्यूटर (ABC) नाम दिया गया. 1943 में इस इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर को कोलोसस नाम दिया गया, जिसे मिलिट्री के लिए बनाया गया. 1946 तक इस पर आगे काम चलता रहा और डिजिटल कंप्यूटर एवं नुमेरिकल इंटीग्रटर कंप्यूटर (ENIAC) बनाये गए. कहते है इस कंप्यूटर का वजन 30 टन था, इसमें प्रोसेसिंग के लिए 18 हजार वेक्कुम ट्यूब इस्तेमाल होते थे. इस समय के कंप्यूटर एक समय में एक ही काम कर पाते थे, साथ ही इसमें ओपरेटिंग सिस्टम भी नहीं था.

1947 -1962 के बीच इस समय के कंप्यूटर में वेक्कुम ट्यूब की जगह ट्रांसिस्टर का उपयोग किया गया, जो ज्यादा विश्वसनीय था. 1951 में पहली बार कंप्यूटर को पब्लिक के सामने रखा गया, और इसका उपयोग सार्वजनिक कर दिया गया. 1953 में IBM ने 650 एवं 700 सीरीज के कंप्यूटर बनाये. इस समय के कंप्यूटर में करीब 100 तरह की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज डेवलप की गई, साथ ही इसमें मेमोरी और ओपरेटिंग सिस्टम भी था. स्टोरेज के लिए टेप, डिस्क थी, साथ प्रिंटर को भी कंप्यूटर से जोड़ा गया.

1963 – आज तक इंटीग्रेटेड सर्किट ने कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी का निर्माण किया. इस उत्पत्ति के साथ कंप्यूटर का साइज़ छोटा हो गया, वो ज्यादा ताकतवर और रिलाएबल हो गया, इसके साथ ही अब लोग कंप्यूटर में एक समय में बहुत सारे काम कर सकते थे. 1980 में एम्एस डोस (MS-DOS)
का निर्माण हुआ. 1981 में IBM ने घर ऑफिस के लिए पर्सनल कंप्यूटर सबके सामने ले आया. इसके तीन साल बाद एप्पल (Apple) ने मैक (MAC) कंप्यूटर का निर्माण कर दिया और 90 के दशक में कंप्यूटर को विंडोस ओपरेटिंग सिस्टम (Windows oprating system) मिल गया. 

आज कंप्यूटर दिन पे दिन तरक्की ही कर रहा है, ढेरों प्रोग्रामिंग लैंग्वेज चुकी है, जिस के द्वारा काम होता है. कंप्यूटर की जगह अब लैपटॉप गए है, जो छोटे और वजन में कम होते है, इसमें ओएस, बेटरी सब होती है. कंप्यूटर घर, ऑफिस के एक किसी कोने में रखे हुए होते थे, इन्हें यहाँ वहाँ ले जाना मुश्किल होता था, लेकिन लैपटॉप को कही भी किसी भी जगह बैठकर इस्तेमाल किया जाने लगा|

 

दुनिया का पहला कंप्यूटर

ENIAC
1946

पहला ओपरेटिंग सिस्टम

एम्एस डोस (MS DOS)

पहला कंप्यूटर वायरस

बूट सेक्टर वायरस

भारत में पहला कंप्यूटर
First computer in India

भारत में पहला कंप्यूटर 1956 में 10 लाख रुपय में आया था. यह HEC 2M कंप्यूटर था, जिसे कलकत्ता के एक इंस्टिट्यूट में लगाया गया था.

कंप्यूटर की मानव जीवन में उपयोगिता
(Importance and advantages of computer in our life) –

कंप्यूटर का प्रयोग आज सभी तरह के ऑफिस में होता है, इससे आर्थिक स्थिति में सुधार रहा है.

जनसँख्या वृद्धि के कारण समस्याएं भी बढ़ी, इनमें से एक थी, गणना की समस्या. पहले तो उँगलियों में गिनती हो जाती थी, लेकिन जनसँख्या बढ़ने से ये समस्या हर तरह आने लगी. कंप्यूटर ने समस्या सेकंड में सुलझा दी. कंप्यूटर के द्वारा बड़ी से बड़ी गणना होने लगी.

कंप्यूटर के आने से इन्टरनेट पाया. बिना कंप्यूटर के ये भी नहीं पाता. 1969 में पहली बार अमेरिका में इन्टरनेट आया था. 1990 में इसे औपचारिक किया गया और इसका प्रयोग व्यक्तिगन एवं व्यापारिक केंद्र में भी होने लगा. इन्टरनेट ने आज मानव जीवन को सुविधा दे दी है.

इन्टरनेट में दुनिया भर का खज़ाना है, यहाँ पूरी दुनिया की खबर समाहित है. पहले किसी जानकारी के लिए पुस्तक का सहारा लिया जाता था, लेकिन अब इन्टरनेट में जाकर सब मिल जाता है.

मुश्किल जानकारी को भी इन्टरनेट के द्वारा जाना जा सकता है. इससे रिसर्च में लगने वाला समय बचता है.

इन्टरनेट के द्वारा जीपीएस चलता है, जिससे मैप, किसी भी जगह के बारे में जानकारी मिल जाती है.

इन्टरनेट के द्वारा घर बैठ बैठे शॉपिंग हो जाती है.

इन्टरनेट के द्वारा हजारों किलोमीटर दूर बैठे लोगों से भी बात हो जाती है, बात के साथ उन्हें देख कर भी बात कर सकते है.

पहले किसी मेसेज को भेजने में कई दिन लगते थे, अब इन्टरनेट के द्वारा चुटकी में मेसेज पहुँच जाता है.

इन्टरनेट के द्वारा आप अपने बैंक अकाउंट को घर बैठे मेनेज कर सकते है.

इन्टरनेट के द्वारा आप किसी जगह के बारे में जानकारी ले सकते है, इसके द्वारा आप अपना ट्रिप प्लान कर टिकट बुक कर सकते है.

इन्टरनेट के आने से बिजनेस बढ़ा है, आजकल बहुत से ऐसे लोग है, जो इन्टरनेट के द्वारा घर पर ही रहकर काम करते है. इसके आलवा ऑनलाइन सेलिंग का काम भी इन्टरनेट के द्वारा होता है, जिससे हम दूर बैठे भी जरूरत की चीज को देखकर उसे आर्डर कर सकते है.

इन्टरनेट के द्वारा पानी का बिल, गैस का बिल, बिजली का बिल, फ़ोन का बिल, क्रेडिट कार्ड का बिल सब चुकाया जा सकता है.

इन्टरनेट से घर बैठे अनेक तरह का कार्य किया जाता है

कंप्यूटर का प्रयोग आज छोटी सी छोटी फर्म में भी होता है, लोग अब बहीखाते की जगह कंप्यूटर में अपने व्यापार का लेखा जोखा रखते है. इसमें मेमोरी की कोई चिंता नहीं होती, सालों का अकाउंट इसमें आसानी से रखा जा सकता है. इसके साथ ही टैक्स, प्रॉफिट, ब्याज ये सब भी कंप्यूटर में टेली के द्वारा हो जाता है.

कंप्यूटर आने से इसके विकास के क्षेत्र में भी काम बढ़ा, जिससे आईटी (IT) सेक्टर आज इतना विशाल हो चूका है. इस क्षेत्र में रोजगार बढ़ते ही चले जा रहे है, और बहुत से लोगों को इसने नौकरी दी है.

एयरप्लेन, ट्रेन सबकी जानकारी कंप्यूटर में समाहित हो गई, ट्रेन, प्लेन के आवागमन को कंप्यूटर द्वारा ही निर्धारित किया जाता है.

आज राशनकार्ड भी कंप्यूटरकृत हो गया है. सबकी गणना कंप्यूटर में होती है, गरीबी रेखा के नीचे आने वालों की गणना इसमें होती है, इसलिए अब गरीबों को उनके हक के लिए बार बार किसी के चक्कर नहीं लगाने पड़ते है.

कंप्यूटर के द्वारा देश की नयी योजनाओं के बारे में तुरंत पता लग जाता है, और इसका सही तरीके से प्रयोग भी किया जा सकता है.

कंप्यूटर के द्वारा शिक्षा को बढ़ावा मिला, इसको समझने, जानने के लिए लोग शिक्षा की ओर भी आकर्षित हुए है. शिक्षा के लिए ये बहुत जरुरी भी है, इसके द्वारा विद्यार्थियों को बहुत सी जानकारी मिलती है, जो उन्हें स्कूल या कॉलेज में नहीं मिल पाती है.

यह एक ऐसा यंत्र है जो बहुत आसान है, जिसे बच्चे बूढ़े बड़ी आसानी से चला लेते है.

मनोरंजन की दृष्टि से भी कंप्यूटर बहुत अच्छा विकल्प है, इसमें विडियो गेम, 3D गेम मजे से खेला जा सकता है, इसके अलावा इसमें गाने सुने जा सकते है, टीवी, फिल्म देखी जा सकती है. 

कंप्यूटर भले मनुष्य दिमाग की ही उपज है, लेकिन इसके आने से मनुष्य का काम कम हो गया है, उसे बहुत आराम हो गया है.

चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्यूटर का योगदान है, आजकल कई ओपरेशन कंप्यूटरकृत हो गए है.

बैंक, विद्यालय, कॉलेज के भी कंप्यूटर पहली जरूरत है. बैंक में कंप्यूटर आने से बहुत बड़े बड़े काम आसान हो गए है, कंप्यूटर की मदद से ही एक अकाउंट से दुसरे अकाउंट में पैसा घर बैठे ट्रान्सफर हो जाता है. कॉलेज, स्कूल के सभी बच्चों की जानकारी कंप्यूटरकृत होती है, इससे किसी एक बच्चे के बारे में आसानी से जानकारी निकाली जा सकती है.

हमारे पहचान पत्र लाइसेंस, मतदान पत्र, आधार कार्ड सब कंप्यूटर के द्वारा निर्मित होते है, इसका मतलब आपके साथ साथ ये जानकारी कंप्यूटर में भी सेव होती है. किसी दस्तावेज के घूम जाने पर इन्हें आसानी से निकाला जा सकता है.

कंप्यूटर के नुकसान Disadvantages of computer

कंप्यूटर कितना भी अच्छा हो लेकिन यह मनुष्य की जगह नहीं ले सकता है, इसे बनाया तो मनुष्य ने ही है. मनुष्य की एक आदत है वो अपनी ही बनाई चीज का दुरुपयोग भी करने लगता है.

कंप्यूटर के अधिक प्रयोग से मनुष्य आलसी हो गया है. कंप्यूटर पर इतना अधिक निर्भर हो गया है कि अगर एक दिन ये मशीन बंद हो जाती है तो उसका पूरा काम रुक जाता है.

कंप्यूटर आने से मनुष्य में थोरा बेरोजगारी भी बढ़ गया है.

कंप्यूटर के द्वारा साइबर क्राइम बढ़ गया है. इसमें लोग बिना किसी की अनुमति के उसकी फोटो, पर्सनल इम्फ़ोर्मेशन को दूरउपयोग करते है. कंप्यूटर में सभी की बैंक डिटेल होती है, इससे चोरियां भी हो रही है.

कंप्यूटर आने से बच्चों पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है, बच्चे कंप्यूटर के आदि हो गए है. वे बेवजह उसपर बैठे रहते है.

इन्टरनेट में जहाँ बहुत सी अच्छी उपयोगी बातें है, वही बहुत सी गन्दी अनावश्यक बातें भी है. गन्दी गन्दी साईट की और आज के युवा, बच्चे आकर्षित होते है, और अपने कर्तव्य को समझकर गलत राह में चल पड़ते है

विद्यार्थी को इसके द्वारा ज्ञान बहुत मिलता है, लेकिन वे ज्ञान की बातें सीखकर गलत बातों में ध्यान अधिक लगते है.

सोशल मीडिया का प्रयोग अधिक बढ़ गया है, जिससे बहुत से लोग समय की बर्बादी करते है.

मनुष्य को इस Computer का प्रयोग एक हद तक ही करना चाहिए. 

By Neha