india youngest judge
biography in hindi | देश
के सबसे युवा जज मयंक प्रताप सिंह की जीवनी

कुछ युवा दूसरों के बनाए रास्ते पर चलते हैं और कुछ अपना रास्ता खुद
बनाते हैं। 21 साल की उम्र में जहां बाकी युवा अपने करियर बारे में सोचता रहते हैं
वहीं मयंक प्रताप सिंह ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है कि उनका नाम इतिहास में दर्ज
हो गया है।

मयंक प्रताप सिंह भारत के सबसे कम उम्र के जज बन गए हैं। (Bharat
ke sabase yuva judge Mayank Pratap Singh ki Jivani)

मयंक
प्रताप सिंह कौन हैं? Who is Mayank Pratap Singh?

देश के सबसे युवा जज हैं मयंक प्रताप सिंह जिन्होंने
मात्रा 21 साल की उम्र में ज्यूडिशियल सर्विस (आरजेएस पास की और जज (नयायाधीश) बने

india youngest judge biography in hindi | india youngest judge Jivani | देश के सबसे युवा जज मयंक प्रताप सिंह की जीवनी
Sabse Yuva Judge

Bharat
ka sabase Yuva Judge Mayank Pratap singh ki Jivani


पूरा नाम

मयंक प्रताप सिंह

जन्म साल

1999

जन्म स्थान

जयपुर भारत

उम्र (2022 तक)

24 साल

पिता का नाम

राजकुमार सिंह

 माता का नाम

डॉ. मंजू सिंह

परीक्षा का नाम

ज्यूडिशियल सर्विस (आरजेएस

एग्जाम पास कब किया

2018 में

शिक्षा

एलएलबी LLB

कॉलेज

राजस्थान विश्वविद्यालय

वजन

58 किलो

आँखों का रंग

काला

बालो का रंग

काला

जाती

राजपूत

धर्म

हिन्दू

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india
youngest judge Jivani भारत के सबसे युवा जज की जीवनी

मयंक प्रताप सिंह का जन्म साल 1999 में राजस्थान में हुआ था. बचपन से ही मयंक का पढने में काफी मन लगता था। जज मयंक प्रताप सिंह के पिता का नाम राजकुमार सिंह और माता का नाम डॉ. मंजू सिंह हैं। राजस्थान के उदयपुर शहर में ही मयंक की माँ एक सीनियर टीचर के रूप में काम कर रही हैं।

मयंक की शुरुआती पढ़ाई भी राजस्थान से ही हुई है. इसके अलावा साल 2019 में मयंक प्रताप सिंह ने राजस्थान यूनिवर्सिटी से अपनी लॉ की एग्जाम को क्लियर किया. 12वीं कक्षा पास करने के बाद मयंक प्रताप सिंह ने साल 2014 में राजस्थान विश्वविद्यालय के पांच वर्षीय विधि पाठयक्रम की प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लिया था और इस एग्जाम में पास हुए।

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जज बनने की यह शुरुआत मयंक प्रताप सिंह ने राजस्थान न्यायिक सेवा भर्ती परीक्षा-2018 से की थी. मयंक ने इस एग्जाम में टॉप किया और खुद को साबित किया।

राजस्थान न्यायिक सेवा भर्ती परीक्षा के बारे में बता दें कि इसका आयोजन हाई कोर्ट के द्वारा किया जाता है. साल 2018 से पहले इस एग्जाम में सम्मिलित होने के लिए मिनिमम ऐज 23 साल हुआ करती थी लेकिन अब इसकी न्यूनतम सीमा 21 वर्ष कर दी गई है।

मयंक प्रताप सिंह ने मात्रा 21 वर्ष की उम्र (21Year old Mayank Pratap Singh became Indias Youngest Judge) में ही राजस्थान न्यायिक सेवा भर्ती परीक्षा-2018 को पास किया. इसके साथ ही वे राजस्थान ही नहीं बल्कि देश के पहले सबसे कम उम्र के जज भी बन गए है।

 

परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम आयु कितना साल है?

जानकारी के अनुसार साल 2018 तक न्यायिक सेवा की परीक्षा में बैठने
के लिए न्यूनतम आयु 23 साल हुआ करती थी जिसे राजस्थान हाईकोर्ट ने घटाकर 21 वर्ष
कर दिया।


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By Neha