भारत की पहली महिला IAS अफसर कौन थी? | who
was the 1st Female IAS Officer of India?
भारत की पहली महिला IAS अधिकारी कौन थीं? Bharat
ki 1st Mahila आईएएस अफसर
थी Anna Rajam Malhotra) का जन्म 17 जुलाई
1924 को केरल के एर्नाकुलम
जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा केरल के कोझिकोड से पूरी की थी। इसके
बाद वह चेन्नई चली गईं और मद्रास यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया। कॉलेज से पढ़ाई पूरी
करने के बाद अन्ना राजम मल्होत्रा (Anna Rajam Malhotra) ने सिविल सर्विस एग्जाम की
तैयारी शुरू की और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली। साल 1951 में वह भारतीय सिविल सेवा (IAS) में
शामिल हुईं थी।
मौजूदा समय में भारत
में बड़ी संख्या में लड़कियाँ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में जाने की तैयारी कर रही
है तो वहीं हमारे देश में कई महिला आईएएस अफसर भी हैं। देश की पहली महिला आईएएस अफसर
(1st Woman IAS Officer of India) अन्ना राजम मल्होत्रा (Anna Rajam Malhotra) थी।
संघ लोक सेवा आयोग
(UPSC) के सिविल सर्विस एग्जाम (Civil Service Exam) को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं
में से एक माना जाता है और हर साल लाखों छात्र इसमें शामिल होते हैं, लेकिन कुछ को
ही सफलता मिलती है. रवींद्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) के बड़े भाई सत्येंद्रनाथ
टैगोर (Satyendranath Tagore) पहले भारतीय थे, जिन्होंने सिविस सेवा परीक्षा में सफलता
हासिल की थी।
कितने
उम्र में अन्ना राजम मल्होत्रा आईएएस बनी थी।
First Female IAS भारत की पहली महिला आईएएस अफसर अन्ना
राजम मल्होत्रा 27 की उम्र में बनी थी IAS अफसर अंग्रेजों ने साल 1854 में भारत में सिविल सर्विस एग्जाम (Civil Service Exam) की शुरुआत की थी। इसके लिए न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम उम्र 23 साल थी, लेकिन भारतीयों के लिए ये परीक्षाएं काफी कठिन थी।
अन्ना राजम मल्होत्रा को इंटरव्यू में
विदेश सेवा चुनने को कहा गया था।
द बेटर इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इंटरव्यू के दौरान
अन्ना राजम मल्होत्रा (Anna Rajam Malhotra) से विदेश सेवा और केंद्रीय सेवाओं को चुनने
के लिए कहा गया, लेकिन वह अपने फैसले पर कायम रहीं और आईएएस अफसर बनने का फैसला किया.
अन्ना राजम मल्होत्रा ने मद्रास कैडर चुना।
अन्ना राजम मल्होत्रा का कार्यकाल
आईएएस सर्विस के दौरान अन्ना राजम मल्होत्रा (Anna
Rajam Malhotra) ने 2 प्रधानमंत्रियों और 7 मुख्यमंत्रियों के साथ किया काम। उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी सहित तमिलनाडु के
सात मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया। इंदिरा गाँधी जब फूड प्रोडक्शन पैटर्न को समझने के लिए
आठ राज्यों की यात्रा पर गई थी, तब उनके साथ अन्ना राजम मल्होत्रा भी थी। इसके अलावा अन्ना राजम मल्होत्रा ने साल 1982 में दिल्ली
में हुए एशियाई खेलों का प्रभारी होने के चलते राजीव गांधी के साथ भी काम किया।
अन्ना राजम मल्होत्रा का
पुरस्कार और सम्मान
केन्द्रीय सेवा में नियुक्ति होने के
बाद अन्ना राजम मल्होत्रा ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय में भी अपनी सेवा दी है. इसके
बाद जब अन्ना राजम मल्होत्रा रिटायर हो गई तो उसके बाद उन्होंने होटल लीला वेंचर लिमिटेड
के डायरेक्टर पद पर काम किया. साल 1989 में देश की सेवा करने के लिए अन्ना राजम मल्होत्रा
को भारत सरकार ने पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।